नीले आकाश में
यादों का पंछी
उड़ता चला जाता है
और याद आता है
मेरा स्कूल और
नीम का वो पेड
ईमली के पत्ते
और बेल से लदे पेड़
फूलों की क्यारी
मिटटी कि गलियारी
टीचर कि डांट
आलू का चाट
होम्सईन्स की घंटी में
हमारी नौटंकी
डांस के पीरियड मे
स्कूल से भागने की टंटी
मुझको तो यादहै
प्यार की वो रेल पेल
क्षण में झगड़ना
और क्षण में मेल ।
आम के टीकोले
हम थे कितने भोले
बिल्कुल मंझोले ।
बादाम का वो पेड
छत का खपरैल
टबिल टेनिस का खेल
बिर्जा जीजी का जेल ।
टिफिन मे कबड्डी
अचार की छीना झपटी
आपस मे लड़ना
फिर सबको मनाना
रोना और रुलाना
फिर हँसना हँसाना
क्या भूल सकना आसान है
बिता वो जमाना ?
यादों का पंछी
उड़ता चला जाता है
और याद आता है
मेरा स्कूल और
नीम का वो पेड
ईमली के पत्ते
और बेल से लदे पेड़
फूलों की क्यारी
मिटटी कि गलियारी
टीचर कि डांट
आलू का चाट
होम्सईन्स की घंटी में
हमारी नौटंकी
डांस के पीरियड मे
स्कूल से भागने की टंटी
मुझको तो यादहै
प्यार की वो रेल पेल
क्षण में झगड़ना
और क्षण में मेल ।
आम के टीकोले
हम थे कितने भोले
बिल्कुल मंझोले ।
बादाम का वो पेड
छत का खपरैल
टबिल टेनिस का खेल
बिर्जा जीजी का जेल ।
टिफिन मे कबड्डी
अचार की छीना झपटी
आपस मे लड़ना
फिर सबको मनाना
रोना और रुलाना
फिर हँसना हँसाना
क्या भूल सकना आसान है
बिता वो जमाना ?
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यह भी कि अब आपका स्कूल बदल चुका है और उसकी घंटियों का वक्त भी। अब बात कुछ आगे बढ़े, ताकि उस पंछी का संदेशा भी हमें पढ़ने को मिले।