चमचमाती रोशनी से नहाई मुंबई की रात और नगर की पहचान भव्य ताज कई ऐतिहासिक घटनाओं की गवाह लेकिन, बुधवार की काली रात देखते ही देखते छा गया तबाही का मंज़र मुठी भर दहशतगर्दों के हाथों में थी सैकडों लोगों की जान ग्रेनेड के धमाकों और गोलियों की आवाजों ने त ोडी रात की चुप्पी देखते ही देखते आग और धुएँ में नहाई थी मुंबई की भव्यता देश की आर्थिक राजधानी डूब गई अंधेरे में.
चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, आईना झूठ बोलता ही नहीं ---- ‘नूर’