छिटपुट कहानियों-लघुकथाओं के प्रकाशित होने का दौर जारी है ---- http://epaper.prabhatkhabar. com/1503710/Surbhi/Surbhi# page/7/1 © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, आईना झूठ बोलता ही नहीं ---- ‘नूर’
चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, आईना झूठ बोलता ही नहीं ---- ‘नूर’