एक दूरी सी बन जाए दरम्यान तो अच्छा है पलकों पे सिमट जाए हर ख्वाब तो अच्छा है. हर बार फ़ासले बांझ नही हुआ करते. © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, आईना झूठ बोलता ही नहीं ---- ‘नूर’
चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, आईना झूठ बोलता ही नहीं ---- ‘नूर’