संतुलन (हाइगा) July 31, 2014 जीवन मर्म संतुलित कदम सिखाते नट © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित! Read more
यादें July 29, 2014 तुम्हारी तरफ से आती हुई पुरवैया के लिए खोल दिया मैंने अपने घर के सभी दरवाज़े -झरोखे इस चाहत में कि उस गुलाबी हवा की थोड़ी सी रंगत स्वयं में समाहित कर सकूँ हवा में तैरती नमी को भी महसूस कर सकी मैं देर तक जाने कब वो नमी बूँद बनकर छलक आई गालों पर… © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित! Read more
बूँद (चोका ) July 29, 2014 बारिश में भीगते हुए उपजा एक ख्याल ----- प्रेम बरसा जन्मी - नन्ही सी बूँद नवसृजन प्रेम में भीगी बूँद बदला रूप पिघलती रही थी कतरे में ’वो’ बूँद। © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित! Read more
कल्पना July 29, 2014 लाल बुरांश बिखरी है कल्पना सूर्ख अल्पना © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित! Read more