पिता
1 .
पिता का साया
मजबूत दीवार
यादें शेष है
2 .
कंटीले पथ
आँखों ने सिखाया था
हारना नहीं
३.
बादल छंटे
उड़ चला परिंदा
असीम शान्ति
सावन
१.
बैरन बूँदें
छीने रे मोरा चैन
आ जाओ कान्हा
२.
बरसे मेघा
तरसे तन - मन
सूना सावन
राखी
राखी सजी है
भाई की राह देखे
व्याकुल नैना
कृष्णा
1.
मुरली धुन
सुन- बेसुध राधा
यमुना तीरे
2.
रण में कान्हा
राग-रंग से दूर
बंसी उदास
इरोम शर्मिला को समर्पित
ज़र्द चेहरा
हौसला है बुलंद
मुक्त ‘इरोम’
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