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चैनलों की होड़

१.
टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में चैनल क्या क्या नही करते। अफ़सोस होता है जब वे हद को पार कर जाते हैं। ऐसे ही एक दिन इंडिया टीवी में जॉन अब्राहम के गर्दन पर उभरे लाल निशाँ के बारे में परताल चलती रही वो भी पूरे एक घंटे तक और लाइव. जानने कि कोशिश कि जा रही थी कि आख़िर ये निशाँ कैसे हैं। कही वे लव बाईट तो नहीं। उस खबरनामा में ये भी विस्तार से बताया गया था कि इससे पहले कौन कौन से हीरो और हिरोइन के शरीर पर ऐसे निशान देखे गए थे , कब देखे गए थे और शरीर के किस हिस्से पर देखे गए थे। उस एंकर के हिम्मत कि दाद देनी पड़ेगी जो एक घंटे तक बिना हिचकिचाहट के कैमरे के सामने इस पर चर्चा कराती रही।


२.
सिडनी में भारतीय खिलाड़ियों के साथ जो कुछ भी हुआ सभी ने उसे देखा और गलत ठहराया। इस दौड़ में खबरिया चैनलों में होड़ लगी थी कि कौन किससे और कैसे आगे निकलता है। किसी ने लाइव किया तो किसीने देश - विदेश से प्रतिनिधियों को बुला कर चर्चा करनी शुरू कर दी। सबसे मजेदार रहा जब एक चैनल ने तो सीधे सीधे सचिन तेंदुलकर को लगान फिल्म का आमिर खान ही बना दिया और " बार बार हाँ बोलो यार हाँ " गाने पर उनके शोट्स लगाकर पैकेज बना दिए । एक चैनल में कार्टून था कि सचिन दुदुम्भी बजा रहे हैं और पीछे भज्जी खडे हैं। .

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